भारत से बाहर धार्मिक पुस्तकें भेजने की सुविधा उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए आप हमें ईमेल कर सकते हैं। helpdesk@gitabookshop.com X

Shrimadvalmikiya Ramayan Only Hindi

(0) 0 Reviews 0 Orders 0 Wish listed

₹450.00

Quantity :
Total price :
  (Tax : )

त्रेतायुग में महर्षि वाल्मीकि के श्रीमुख से साक्षात वेदों का ही श्रीमद्रामायण रूप में प्राकट्य हुआ, ऐसी आस्तिक जगत की मान्यता है। अतः श्रीमद्रामायण को वेदतुल्य प्रतिष्ठा प्राप्त है। धराधाम का आदिकाव्य का होने से इस में भगवान के लोकपावन चरित्र की सर्वप्रथम वाङ्मयी परिक्रमा है। इसके एक-एक श्लोक में भगवान के दिव्य गुण, सत्य, सौहार्द्र, दया, क्षमा, मृदुता, धीरता, गम्भीरता, ज्ञान, पराक्रम, प्रज्ञा-रंजकता, गुरुभक्ति, मैत्री, करुणा, शरणागत-वत्सलता-जैसे अनन्त पुष्पों की दिव्य सुगन्ध है। हिन्दी , सचित्र, सजिल्द।

No review given yet!

Fast Delivery all across the country
Safe Payment
7 Days Return Policy
100% Authentic Products

You may also like

Shrimad Bhagvad Gita Sugam Path

₹80.00

Sanskar Prakash

₹120.00

Wooden Book Stand Pure Sheesham 12 inch Height

₹400.00

Wooden Book Stand Pure Sheesham

₹450.00

18 Puran Granth Set

₹6,040.00

Shrimadvalmikiya Ramayan Only Hindi
₹450.00 ₹0.00
₹450.00